राहुल किसी भी भाषा में बिना कागज पड़े 15 मिनट बोल कर दिखाएं : मोदी
कर्नाटक की पहली रैली में कसा तंज, 5 बार विश्वसरैया बोलने की चुनौती
कर्नाटक में मतदान से 11 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के लिए अपने चुनावी अभियान की मंगलवार को आक्रात्मक शुरुआत कर दी। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की '15 मिनट संसद में बोलने देने की चुनौती' के जवाब में उन्हें बढ़ी चुनौती दे दी। प्रधानमंत्री ने तंज करते हुए कहा, 'मोदी जी को छोड़ो।' लेकिन एक काम करो। इस चुनाव अभियान के दौरान कर्नाटक में जो भाषा पसंद है उस भाषा में हिंदी, अंग्रेजी, या अपनी माता की मातृभाषा ( इतावली ) में, बस 15 मिनट कर्नाटक सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने बोल दीजिये। उस 15 मिनट के भाषण के दौरान कम से कम 5 बार श्रीमान विश्वसरैया का नाम ले लेना। अगर इतना कर लोगे तो कर्नाटक की जनता तय कर लेगी कि आपकी बातों में कितना दम है। बता दे कि भारतरत्न विश्वसरैया महान इंजीनियर थे। उन्होंने ही कावेरी नदी पर कृष्णाराजसागर बांध का निर्माण कराया था।
प्रधानमंत्री ने कर्नाटक में भाजपा के लिए अपने प्रचार अभियान को शुरू करते हुए पहले ही दिन तीन रैलियों को संबोधित किया। शुरुआत मैसूर से 70 किलोमीटर दूर चामराजनगर के संतेमारहल्ली गांव से की। उन्होंने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को आड़े हाथ लिया।
राहुल नहीं बोल पाए थे विश्वसरैया
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष देश के महान इंजीनियर विश्वेश्वरैया के नाम का सही ढंग से उच्चारण नहीं कर पाए थे। राहुल भी इस भाषण के अंश का वीडियो वायरल हुआ था।
वाह क्या सीन है...
मोदी ने मंगलवार को इसके जवाब में यह भी तंज किया, 'वह 15 मिनट बोलेंगे, यह बड़ी बात है। मैं बैठ नहीं पाऊंगा यह सुनकर मुझे याद आता है कि वाह, क्या सीन है।
पहले राहुल गांधी ने दी थी चुनौती
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 17 अप्रैल को अमेठी में चुनौती देते हुए कहा था, 'आप 15 मिनट वहां ( संसद में ) मेरी स्पीच करा दो, प्रधानमंत्री वहां खड़े नहीं हो पाएंगे। मैं राफेल और बैंकिंग घोटालों पर बोलूंगा, मोदी जी वहां टिक नहीं पाएंगे। यही बात राहुल ने 18 अप्रैल को कर्नाटक की एक सभा में भी दोहराई थी।
कर्नाटक की पहली रैली में कसा तंज, 5 बार विश्वसरैया बोलने की चुनौती
कर्नाटक में मतदान से 11 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के लिए अपने चुनावी अभियान की मंगलवार को आक्रात्मक शुरुआत कर दी। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की '15 मिनट संसद में बोलने देने की चुनौती' के जवाब में उन्हें बढ़ी चुनौती दे दी। प्रधानमंत्री ने तंज करते हुए कहा, 'मोदी जी को छोड़ो।' लेकिन एक काम करो। इस चुनाव अभियान के दौरान कर्नाटक में जो भाषा पसंद है उस भाषा में हिंदी, अंग्रेजी, या अपनी माता की मातृभाषा ( इतावली ) में, बस 15 मिनट कर्नाटक सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने बोल दीजिये। उस 15 मिनट के भाषण के दौरान कम से कम 5 बार श्रीमान विश्वसरैया का नाम ले लेना। अगर इतना कर लोगे तो कर्नाटक की जनता तय कर लेगी कि आपकी बातों में कितना दम है। बता दे कि भारतरत्न विश्वसरैया महान इंजीनियर थे। उन्होंने ही कावेरी नदी पर कृष्णाराजसागर बांध का निर्माण कराया था।
प्रधानमंत्री ने कर्नाटक में भाजपा के लिए अपने प्रचार अभियान को शुरू करते हुए पहले ही दिन तीन रैलियों को संबोधित किया। शुरुआत मैसूर से 70 किलोमीटर दूर चामराजनगर के संतेमारहल्ली गांव से की। उन्होंने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को आड़े हाथ लिया।
राहुल नहीं बोल पाए थे विश्वसरैया
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष देश के महान इंजीनियर विश्वेश्वरैया के नाम का सही ढंग से उच्चारण नहीं कर पाए थे। राहुल भी इस भाषण के अंश का वीडियो वायरल हुआ था।
वाह क्या सीन है...
मोदी ने मंगलवार को इसके जवाब में यह भी तंज किया, 'वह 15 मिनट बोलेंगे, यह बड़ी बात है। मैं बैठ नहीं पाऊंगा यह सुनकर मुझे याद आता है कि वाह, क्या सीन है।
पहले राहुल गांधी ने दी थी चुनौती
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 17 अप्रैल को अमेठी में चुनौती देते हुए कहा था, 'आप 15 मिनट वहां ( संसद में ) मेरी स्पीच करा दो, प्रधानमंत्री वहां खड़े नहीं हो पाएंगे। मैं राफेल और बैंकिंग घोटालों पर बोलूंगा, मोदी जी वहां टिक नहीं पाएंगे। यही बात राहुल ने 18 अप्रैल को कर्नाटक की एक सभा में भी दोहराई थी।
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