मोदी को भेंट होगा बाराबंकी का भगवा गमछा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' में बाराबंकी से शामिल बुनकरों के उत्पाद स्टोल ( गमछा ) को अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष ब्रांडिंग किये जाने की तैयारी है। यहां तैयार होने वाला भगवा गमछा मोदी के लखनऊ आगमन पर उन्हें भेंट करने की अनुमति मांगी गयी है। उत्तर प्रदेश उद्दोग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के प्रांतीय वरिष्ठ मंत्री प्रदीप कुमार जैन ने यह आग्रह मुख्यमंत्री से डीएम के माध्यम से किया है।
बाराबंकी में बनने वाले नायाब बुनकर उत्पाद राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय बाजार में छाए हुए है। यही वहज है कि जिले से बुनकर उत्पाद का सालाना टर्नओवर करीब दो हज़ार करोड़ रूपये का है।
गत वर्षों जुलाई में बुनकर उत्पाद का व्यापार अब नियोजित होने लगा है। जिले के 11 प्रमुख निर्यातक दर्जनभर अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में हर साल औसतन 560 करोड़ की बिक्री करते है। साथ ही नोएडा, दिल्ली, मुंबई, गुजरात के अहमदाबाद, राजस्थान के जयपुर, कोलकाता, बंगलुरु, बिहार, मध्य प्रदेश, जम्मू, ओडिशा के बाजार के लिए यहाँ से गमछा, स्कार्फ, दुपट्टा, शाल भेजते है। जीएसटी में पंजीकृत एक हजार उत्पादक एवं थोक सप्लायर घरेलु बाजार में तक़रीबन पंद्रह सौ करोड़ रुपये का हर साल कारोबार कर रहे है।
यहाँ के निर्यातक और उत्पादक बेहतर कार्य कर रहे है। जीएसटी में तेजी से पंजीकरण भी हो रहे है।
-निरुपमा सक्सेना
लखनऊ में प्रधानमंत्री के समक्ष होगी बुनकर उत्पादों की ब्रांडिंग
बाराबंकी से हो रहा दो हजार करोड़ रूपये का व्यापार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' में बाराबंकी से शामिल बुनकरों के उत्पाद स्टोल ( गमछा ) को अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष ब्रांडिंग किये जाने की तैयारी है। यहां तैयार होने वाला भगवा गमछा मोदी के लखनऊ आगमन पर उन्हें भेंट करने की अनुमति मांगी गयी है। उत्तर प्रदेश उद्दोग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के प्रांतीय वरिष्ठ मंत्री प्रदीप कुमार जैन ने यह आग्रह मुख्यमंत्री से डीएम के माध्यम से किया है।
बाराबंकी में बनने वाले नायाब बुनकर उत्पाद राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय बाजार में छाए हुए है। यही वहज है कि जिले से बुनकर उत्पाद का सालाना टर्नओवर करीब दो हज़ार करोड़ रूपये का है।
गत वर्षों जुलाई में बुनकर उत्पाद का व्यापार अब नियोजित होने लगा है। जिले के 11 प्रमुख निर्यातक दर्जनभर अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में हर साल औसतन 560 करोड़ की बिक्री करते है। साथ ही नोएडा, दिल्ली, मुंबई, गुजरात के अहमदाबाद, राजस्थान के जयपुर, कोलकाता, बंगलुरु, बिहार, मध्य प्रदेश, जम्मू, ओडिशा के बाजार के लिए यहाँ से गमछा, स्कार्फ, दुपट्टा, शाल भेजते है। जीएसटी में पंजीकृत एक हजार उत्पादक एवं थोक सप्लायर घरेलु बाजार में तक़रीबन पंद्रह सौ करोड़ रुपये का हर साल कारोबार कर रहे है।
यहाँ के निर्यातक और उत्पादक बेहतर कार्य कर रहे है। जीएसटी में तेजी से पंजीकरण भी हो रहे है।
-निरुपमा सक्सेना
लखनऊ में प्रधानमंत्री के समक्ष होगी बुनकर उत्पादों की ब्रांडिंग
बाराबंकी से हो रहा दो हजार करोड़ रूपये का व्यापार
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