सीएम योगी की दो टूक- जो अफसर अपराध ना रोक पा रहा हो, उसे हटाओ
कानून व्यवस्था पर प्रमुख सचिव गृह व डीजीपी को लगाई फटकार
लखनऊ विश्वविद्यालय में गुंडागर्दी समेत प्रदेश में कई अपराधिक वारदातों से बेहद खफा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आला अफसरों को आड़े हाथों लेते हुए जमकर फटकार लगाई। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि जो अफसर अपराध नहीं रोक पा रहे हैं, उन्हें हटा दिया जाए। उन्होंने अफसरों से अपराध पर तत्काल प्रभाव से नियंत्रण लाने को कहा। माना जा रहा है कि कई बड़े अफसरों पर गाज गिरनी तय है।
लखनऊ यूनिवर्सिटी में निष्कासित छात्रों की गुंडागर्दी और वीवीआईपी चौराहे पर 1090 पर एक बच्चे की हत्या से नाराज सीएम योगी ने बृहस्पतिवार रात्रि प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार डीजीपी ओपी सिंह समेत अन्य अफसरों को अपने आवास पर तलब किया था। प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सीएम के तमतमाए चेहरे को देखकर अफसरों के होश उड़ गए। दोनों अफसरों ने राजधानी समेत प्रदेश में पिछले दिनों हुई संगीन वारदात और उनके खुलासे के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी। हालांकि CM इस से संतुष्ट नहीं हुए।
CM के सवालों से अफसरों के रंग उड़े
अफसर अपराध पर काबू क्यों नहीं कर पा रहे हैं?
लगातार हो रही आपराधिक वारदात पर रोक क्यों नहीं लग पा रही? समय रहते अपराधों का खुलासा क्यों नहीं हो पा रहा।
राजधानी कि इस कानून व्यवस्था की इस दशा के लिए कौन अफसर जिम्मेदार है?
मुख्यमंत्री ने कई नाकाम अफसरों के नाम गिनाए, इनमें लखनऊ एसएसपी भी
सीएम योगी ने प्रमुख सचिव गृह व डीजीपी से कहा कि अपराध से जिलों में तैनात अफसरों की नाकामी सामने आ रही है। उन्होंने विभिन्न जिलों के नाकाम अफसरों के नाम गिनाये। इनमे राजधानी के एसएसपी दीपक कुमार का नाम भी था। सूत्रों के अनुसार CM ने दोनों अधिकारियों से ऐसे अफसरों के नाम की सूची तैयार करने को कहा जो अपराधिक वारदातों पर नियंत्रण करने में नाकाम साबित करें।
कानून व्यवस्था पर प्रमुख सचिव गृह व डीजीपी को लगाई फटकार
लखनऊ विश्वविद्यालय में गुंडागर्दी समेत प्रदेश में कई अपराधिक वारदातों से बेहद खफा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आला अफसरों को आड़े हाथों लेते हुए जमकर फटकार लगाई। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि जो अफसर अपराध नहीं रोक पा रहे हैं, उन्हें हटा दिया जाए। उन्होंने अफसरों से अपराध पर तत्काल प्रभाव से नियंत्रण लाने को कहा। माना जा रहा है कि कई बड़े अफसरों पर गाज गिरनी तय है।
लखनऊ यूनिवर्सिटी में निष्कासित छात्रों की गुंडागर्दी और वीवीआईपी चौराहे पर 1090 पर एक बच्चे की हत्या से नाराज सीएम योगी ने बृहस्पतिवार रात्रि प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार डीजीपी ओपी सिंह समेत अन्य अफसरों को अपने आवास पर तलब किया था। प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सीएम के तमतमाए चेहरे को देखकर अफसरों के होश उड़ गए। दोनों अफसरों ने राजधानी समेत प्रदेश में पिछले दिनों हुई संगीन वारदात और उनके खुलासे के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी। हालांकि CM इस से संतुष्ट नहीं हुए।
CM के सवालों से अफसरों के रंग उड़े
अफसर अपराध पर काबू क्यों नहीं कर पा रहे हैं?
लगातार हो रही आपराधिक वारदात पर रोक क्यों नहीं लग पा रही? समय रहते अपराधों का खुलासा क्यों नहीं हो पा रहा।
राजधानी कि इस कानून व्यवस्था की इस दशा के लिए कौन अफसर जिम्मेदार है?
मुख्यमंत्री ने कई नाकाम अफसरों के नाम गिनाए, इनमें लखनऊ एसएसपी भी
सीएम योगी ने प्रमुख सचिव गृह व डीजीपी से कहा कि अपराध से जिलों में तैनात अफसरों की नाकामी सामने आ रही है। उन्होंने विभिन्न जिलों के नाकाम अफसरों के नाम गिनाये। इनमे राजधानी के एसएसपी दीपक कुमार का नाम भी था। सूत्रों के अनुसार CM ने दोनों अधिकारियों से ऐसे अफसरों के नाम की सूची तैयार करने को कहा जो अपराधिक वारदातों पर नियंत्रण करने में नाकाम साबित करें।
0 comment:
Post a Comment